यूट्यूब ने 16 अक्टूबर 2025 को दुनिया भर में एक बड़े आउटेज का सामना किया, जहां लाखों यूजर्स को वीडियो प्ले करने, लाइव स्ट्रीमिंग या अपलोड करने में दिक्कत हुई, और यह समस्या अमेरिका, यूरोप, एशिया और भारत सहित कई देशों में फैली। आउटेज की शुरुआत 15 अक्टूबर शाम 7:30 बजे ET (भारतीय समय 17 अक्टूबर सुबह 5 बजे) से हुई और करीब 2 घंटे चली, जिसमें यूजर्स को “कुछ गड़बड़ है” जैसे एरर मैसेज मिले। डाउंडिटेक्टर पर पीक टाइम पर 3 लाख से ज्यादा रिपोर्ट्स आईं, जिसमें यूएस में 3.66 लाख यूजर्स प्रभावित हुए। गूगल ने आधिकारिक ट्वीट में कहा, “यह समस्या ठीक हो गई है, अब आप यूट्यूब, यूट्यूब म्यूजिक और यूट्यूब टीवी पर वीडियो प्ले कर सकते हैं।” भारत में भी कई यूजर्स ने शिकायत की, जहां वीडियो लोडिंग और होमपेज ब्लैंक हो गया। यह आउटेज कंटेंट क्रिएटर्स के लिए खास दिक्कत बना, जो अपनी इनकम पर निर्भर हैं। #YouTubeDown और #YouTubeOutage जैसे हैशटैग्स सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे हैं, जहां यूजर्स ने अपनी फ्रस्ट्रेशन शेयर की। गूगल ने इसे सर्वर-साइड इशू बताया, लेकिन यह डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की कमजोरियों को उजागर करता है।
आउटेज का विवरण: क्या हुआ और कैसे ठीक हुआ
आउटेज की शुरुआत 15 अक्टूबर शाम को हुई, जब यूजर्स को वीडियो प्लेबैक एरर, ब्लैंक होमपेज और ऐप क्रैश की समस्या आई। डाउंडिटेक्टर के अनुसार, यूएस में 7:55 बजे ET पर 3.66 लाख रिपोर्ट्स रिकॉर्ड हुईं, जबकि यूके, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में भी हजारों शिकायतें आईं। भारत में सुबह के समय कई यूजर्स ने “यूट्यूब काम नहीं कर रहा” सर्च किया, और वीडियो लोडिंग स्टॉप हो गई। गूगल ने ट्वीट कर कहा, “हम समस्या पर काम कर रहे हैं, अपडेट्स के लिए फॉलो करें।” करीब 2 घंटे बाद, यूट्यूब ने कन्फर्म किया कि सर्वर इशू ठीक हो गया, और ज्यादातर यूजर्स को सामान्य सर्विस मिलने लगी। कुछ यूजर्स को अभी भी दिक्कतें बताई गईं, लेकिन गूगल ने कहा कि यह रिजॉल्व हो रही हैं। यह आउटेज यूट्यूब म्यूजिक और यूट्यूब टीवी को भी प्रभावित किया, जो क्रिएटर्स और व्यूअर्स दोनों के लिए झटका था। विशेषज्ञों का कहना है कि यह सर्वर ओवरलोड या सॉफ्टवेयर ग्लिच से हुआ, जो बड़े प्लेटफॉर्म्स में आम है।
यूजर्स की प्रतिक्रिया और भविष्य की संभावनाएं
आउटेज के दौरान सोशल मीडिया पर यूजर्स ने फ्रस्ट्रेशन जाहिर की, जहां X पर #YouTubeDown ट्रेंडिंग रहा और एक यूजर ने लिखा, “यूट्यूब डाउन हो गया, अब क्या करें? नेटफ्लिक्स पर जाऊँ?” रेडिट पर थ्रेड्स में क्रिएटर्स ने अपनी इनकम लॉस की शिकायत की। भारत में यूजर्स ने “यूट्यूब डाउन आज” सर्च किया, और डाउंडिटेक्टर पर रिपोर्ट्स बढ़ीं। गूगल ने माफी मांगी और कहा कि वे रिजिलिएंसी पर काम कर रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे आउटेज डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर की कमजोरियों को दिखाते हैं, और भविष्य में AI मॉनिटरिंग से इसे कम किया जा सकता है। क्या यूट्यूब का यह आउटेज डिजिटल वर्ल्ड की निर्भरता पर सवाल उठाएगा?