महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा (Kunal Kamra) के एक मजाक पर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है, जिसने राज्य में सियासी तूफान खड़ा कर दिया। शिंदे ने कहा, “अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता (Freedom of Speech) है, हम व्यंग्य को समझते हैं, लेकिन इसकी एक सीमा होनी चाहिए।” यह बयान तब आया जब कामरा के एक शो में शिंदे को “गद्दार” कहने वाले मजाक के बाद शिवसेना कार्यकर्ताओं ने मुंबई के एक स्टूडियो में तोड़फोड़ की और उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई।
विवाद की शुरुआत
कुणाल कामरा ने अपने हालिया शो नया भारत में एक गीत के ज़रिए महाराष्ट्र की राजनीति पर तंज कसा था। उन्होंने फिल्म दिल तो पागल है के एक गाने को बदलकर “मेरी नज़र से तुम देखो तो गद्दार नज़र वो आए” गाया, जो स्पष्ट रूप से शिंदे पर निशाना था। यह मजाक 2022 में शिंदे के उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत और बीजेपी के साथ गठबंधन की ओर इशारा करता था। इस वीडियो के वायरल होने के बाद शिंदे समर्थक भड़क गए। रविवार रात को शिवसेना कार्यकर्ताओं ने खार के हबीटेट स्टूडियो में तोड़फोड़ की, जहाँ यह शो रिकॉर्ड हुआ था।
शिंदे का जवाब
बीबीसी मराठी के एक कार्यक्रम में शिंदे ने कहा, “हम व्यंग्य को समझते हैं, लेकिन कोई व्यक्ति एक स्तर बनाए रखे। नहीं तो कार्रवाई से प्रतिक्रिया होती है। यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं, बल्कि किसी के लिए ‘सुपारी’ (contract) लेकर बोलना है।” उन्होंने कामरा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह वही शख्स है जिसने पहले प्रधानमंत्री, सुप्रीम कोर्ट, और पत्रकार अर्णब गोस्वामी पर भी टिप्पणियाँ की थीं। शिंदे ने तोड़फोड़ का समर्थन नहीं किया, लेकिन कहा कि “लोगों को भी अपनी मर्यादा रखनी चाहिए।”
उन्होंने यह भी जोड़ा, “मुझे पहले दिन से आरोप झेलने की आदत है। जनता ने 2024 के चुनाव में तय कर दिया कि असली गद्दार कौन है।” यह टिप्पणी उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (UBT) पर कटाक्ष थी, जिसे शिंदे ने हराया था।
कामरा का पलटवार
कुणाल कामरा ने माफी माँगने से इनकार कर दिया। X पर अपने बयान में उन्होंने कहा, “मैं माफी नहीं माँगूँगा। यह वही है जो अजित पवार ने एकनाथ शिंदे के बारे में कहा था। मैं इस भीड़ से नहीं डरता।” उन्होंने स्टूडियो में तोड़फोड़ को “बेतुका” बताया और कहा, “किसी कॉमेडियन के शब्दों के लिए जगह को निशाना बनाना उतना ही मूर्खतापूर्ण है जितना टमाटर की लॉरी पलट देना क्योंकि आपको बटर चिकन पसंद नहीं आया।”
सियासी घमासान
इस घटना ने महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति और विपक्ष के बीच तनाव बढ़ा दिया। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कामरा से माफी की माँग की और कहा, “हास्य की आड़ में बड़े नेताओं का अपमान बर्दाश्त नहीं होगा।” वहीं, शिवसेना (UBT) के उद्धव ठाकरे ने कामरा का समर्थन करते हुए कहा, “उन्होंने सच कहा, गद्दार को गद्दार ही कहेंगे।” X पर प्रशंसकों ने भी इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मुद्दा बनाया, लेकिन शिंदे समर्थकों ने इसे “सस्ती लोकप्रियता” करार दिया।
कामरा को मुंबई पुलिस ने समन जारी किया है, और खार पुलिस उनकी टिप्पणियों की जाँच कर रही है। यह विवाद (Controversy) अब कानूनी और सियासी मोड़ ले चुका है।