सोनी टीवी के बिजनेस रियलिटी शो शार्क टैंक इंडिया (Shark Tank India) में हाल ही में एक ऐसा वाकया हुआ, जिसने न सिर्फ शो में मौजूद शार्क्स बल्कि दर्शकों को भी हैरान कर दिया। एक स्टार्टअप फाउंडर ने अपनी प्रेजेंटेशन के दौरान बताया कि उनकी पत्नी को शादी में मिले दहेज और सोने को उन्होंने अपनी कंपनी में इन्वेस्ट कर दिया। यह सुनते ही शार्क्स, खासतौर पर अनुपम मित्तल, हैरानी में पड़ गए।
पत्नी के पैसे से खड़ी की कंपनी
शो में आए चार फाउंडर्स किसानों के लिए एक ऑनलाइन मार्केटप्लेस ‘F2DS’ का आइडिया पिच कर रहे थे। जब शार्क्स ने उनसे उनकी कंपनी के फंडिंग मॉडल के बारे में पूछा, तो उनमें से एक महिला फाउंडर ने बताया कि उनके पति ने उनका 40 लाख रुपये का दहेज और सोना बेचकर बिजनेस में लगा दिया था।
यह सुनकर अनुपम मित्तल ने उनसे पूछा कि क्या उन्होंने खुद अपनी मर्जी से पैसे इन्वेस्ट किए थे, या उन पर दबाव डाला गया था? महिला ने जवाब दिया कि उन्होंने अपनी कंपनी में हिस्सेदारी के लिए 51% शेयर की मांग की, क्योंकि उन्होंने इन्वेस्टमेंट किया था।
शार्क्स रह गए दंग, मगर डील हुई फाइनल
इस खुलासे के बाद वहां मौजूद सभी शार्क्स कुछ समय के लिए चुप हो गए। हालांकि, उन्होंने इस महिला फाउंडर की बिजनेस माइंडसेट और अपने हक के लिए खड़े होने की हिम्मत की सराहना की।
हालांकि, कुछ शार्क्स को उनके बिजनेस मॉडल पर संदेह था और वे डील करने से बचते दिखे। लेकिन अंत में, बोट कंपनी के को-फाउंडर अमन गुप्ता ने उनके स्टार्टअप में इन्वेस्ट करने का फैसला लिया और एक डील फाइनल हुई।
सोशल मीडिया पर लोगों ने दी प्रतिक्रिया
इस एपिसोड के बाद सोशल मीडिया पर भी बहस छिड़ गई। कुछ लोगों ने इसे महिला की सूझबूझ और आत्मनिर्भरता का उदाहरण बताया, तो कुछ ने पति के इस कदम को गलत ठहराया।
आप इस बारे में क्या सोचते हैं? क्या पति का ये फैसला सही था, या इसे बिना सहमति के आर्थिक नियंत्रण का मामला माना जाना चाहिए? अपनी राय हमें कमेंट में बताएं।