LATEST NEWS

  • Home
  • Review
  • इंस्पेक्टर झेंडे: मुंबई पुलिस के एक आम इंसान की असाधारण कहानी
Inspector Zende movie review

इंस्पेक्टर झेंडे की जिंदगी और उनका पुलिसिंग सफर: एक सच्ची और प्रेरणादायक कहानी

यह फिल्म इंस्पेक्टर मधुकर झेंडे की सच्ची जिंदगी पर आधारित है, जिन्होंने कुख्यात अपराधी कार्ल भोजराज को पकड़ने के लिए मुंबई पुलिस की सीमित संसाधनों के बावजूद लगातार मेहनत की। 80 के दशक के मुंबई की सड़कों पर झेंडे की जद्दोजहद और साहस को बेहद प्रभावशाली ढंग से दिखाया गया है। इस भागदौड़ भरे मिशन में झेंडे की स्टील जैसी इच्छाशक्ति और पुलिसिंग की कठिनाइयां सामने आती हैं, जो दर्शकों को चौंका देने वाली हैं।

मनोज बाजपेयी और जिम सर्भ की कमाल की परफॉर्मेंस जो बदल देती है कहानी का रंग

मनोज बाजपेयी ने इंस्पेक्टर झेंडे ( Inspector Zende) का किरदार गहराई और रियलिज्म के साथ प्ले किया है, जो किसी भी सिनेमा के पिता की फीसिलिटी को चुनौती देता है। उनकी एक्टिंग सहज, दमदार और दर्शक-मनोहर है। वहीं, जिम सर्भ की भूमिका में कुख्यात अपराधी कार्ल भोजराज एक खतरनाक और चालाक अपराधी के रूप में सामने आता है, जिसका खेल पुलिस टीम के लिए लगातार चुनौती बना रहता है। दोनों कलाकारों की कमाल की केमिस्ट्री फिल्म के हर लम्हे को जीवंत कर देती है।

फिल्म में उस दौर के मुंबई का माहौल, फैशन, गाड़ियां, और सड़कें बड़ी सूक्ष्मता से प्रस्तुत की गई हैं। मुंबई की पुलिसिंग की चुनौतियां और उस समय की सामाजिक परिस्थितियों को बेहद खूबसूरती से कैप्चर किया गया है। यह नॉस्टैल्जिया मूवी के देखने के अनुभव को और भी समृद्ध बनाता है, जो पुरानी फिल्मों या दस्तावेजी फिल्मों में देखने को कम मिलता है।

फिल्म की विशेषताएं: पारंपरिक पुलिस ड्रामा से हटकर एक यथार्थवाद की मिसाल

यह फिल्म पारंपरिक पुलिस ड्रामे से बिलकुल अलग है, जहां कोई नायक ज्यादा चमकता नहीं, बल्कि एक सामान्य आदमी की कहानी दिखाई जाती है, जिसने अपनी जिम्मेदारी को पूरा करने के लिए अपने सारे संसाधन झोंक दिए। फिल्म में हल्के-फुल्के हास्य और सस्पेंस का सही तालमेल मौजूद है, जो दर्शकों को भटकने नहीं देता। झेंडे नायक के तौर पर दिखाये गए, जो असली जिंदगी के संघर्षों और भावनाओं से भरे हैं।

फिल्म की कहानी की गति कुछ जगहों पर धीमी पड़ती है और कुछ कॉमेडी सीन पूरी तरह असर नहीं करते। क्लाइमेक्स भी पूरी तरह धमाकेदार नहीं लगता जो दर्शकों की उम्मीदों पर खरा उतर सके। हालांकि, ये ठीक-ठाक खामियां फिल्म की समग्र प्रभावशीलता को कम नहीं कर पातीं, क्योंकि फिल्म की कहानी और कलाकारों की परफॉर्मेंस इसे समुचित बनाती हैं।

क्यों देखनी चाहिए ये फिल्म?

अगर असली पुलिसिंग की जिंदगी, मुंबई के पुराने दौर का माहौल और एक आम आदमी की असाधारण कहानी देखनी हो, तो यह फिल्म एक बेहतरीन विकल्प है। यह फिल्म दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर देती है कि असली हीरो वह होते हैं जो बिना किसी चमक-दमक के भी जज्बा और लगन से काम करते हैं। वे अपने कर्तव्य के प्रति सच्चे और निष्ठावान होते हैं।

यह फिल्म मुंबई पुलिस के कठिन और समर्पित पुरुषों की कहानी है, जो हर परिस्थिति में डटे रहते हैं। मनोज बाजपेयी और जिम सर्भ की शानदार एक्टिंग, यथार्थपरक कहानी और देर से आयी पर अधूरी क्लाइमेक्स के बावजूद यह फिल्म एक यादगार अनुभव देती है। असली हीरो की कहानी पसंद करने वाले दर्शकों के लिए ये फिल्म एक जरूरी देखी जाने वाली फिल्म है।


Movie Trailer ( मूवी ट्रेलर)

Movie Review ( मूवी रिव्यू)

और पढ़िए

Releated Posts

‘डेमन स्लेयर: इन्फिनिटी कैसल’ मूवी रिव्यू

जापानी एनीमे की सुपरहिट फ्रैंचाइज़ी डेमन स्लेयर: किमेत्सु नो याइबा की नई फिल्म इन्फिनिटी कैसल 12 सितंबर 2025…

ByByGlamcast.inSep 12, 2025

‘किष्किन्धापुरी’ का OTT धमाका: तेजा सज्जा की हॉरर थ्रिलर कब और कहां देखें?

तेलुगु सिनेमा की बहुप्रतीक्षित हॉरर-थ्रिलर किष्किन्धापुरी आज, 12 सितंबर 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज़ हो रही है, और…

ByByGlamcast.inSep 12, 2025

‘मिराई’ में प्रभास का रिबेल सरप्राइज़: तेजा सज्जा की फिल्म की शुरुआत में धमाकेदार एंट्री!

तेलुगु सिनेमा की सबसे बहुप्रतीक्षित सुपरहीरो फिल्म मिराई कल, 12 सितंबर 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज़ होने को…

ByByGlamcast.inSep 12, 2025

‘वायुपुत्र’ की भव्य घोषणा: हनुमान की 3D एनिमेटेड कहानी, दशहरा 2026 में धमाल

तेलुगु सिनेमा की बहुप्रतीक्षित 3D एनिमेटेड फिल्म वायुपुत्र ने अपनी घोषणा के साथ ही भारतीय दर्शकों में उत्साह…

ByByGlamcast.inSep 11, 2025

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top