नेशनल अवॉर्ड विजेता निर्देशक राजेश मापुस्कर ने एक ऐतिहासिक प्रोजेक्ट हाथ में लिया है, जहां वे भारत की पहली AI-जनरेटेड थिएट्रिकल फीचर फिल्म ‘चिरंजीवी हनुमान – द ईटर्नल’ का निर्देशन करेंगे, जो भगवान हनुमान की अमर कथा को जेनरेटिव AI तकनीक के साथ बुनेगी और दर्शकों को आध्यात्मिकता व नवाचार का अनोखा संगम पेश करेगी। यह घोषणा 14 अक्टूबर 2025 को एबंडेंटिया एंटरटेनमेंट ने की, जो विक्रम मल्होत्रा और विजय सुब्रमण्यम (कलेक्टिव मीडिया नेटवर्क) के प्रोडक्शन में बनी है, और फिल्म हनुमान जयंती 2026 पर वर्ल्डवाइड थिएट्रिकल रिलीज के लिए तैयार हो रही है, जो भारतीय सिनेमा में AI का पहला बड़ा प्रयोग साबित होगी। मापुस्कर, जिन्होंने ‘वेंटिलेटर’ के लिए बेस्ट डायरेक्टर का नेशनल अवॉर्ड जीता और ‘फेरारी की सवारी’ जैसी हिट्स दी हैं, ने कहा कि यह प्रोजेक्ट थ्रिलिंग और चुनौतीपूर्ण है, जो हनुमान की शक्ति, भक्ति और उद्देश्य से भरी कथा को आधुनिक तकनीक से जोड़ेगा। प्रोड्यूसर विक्रम मल्होत्रा ने इसे ‘मेड-इन-इंडिया’ स्पेक्टेकल बताया, जो सांस्कृतिक विरासत को ग्लोबल दर्शकों तक ले जाएगा। #ChiranjeeviHanuman और #AIHanumanFilm जैसे हैशटैग्स सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे हैं, जहां फैंस इस इनोवेटिव अप्रोच को सराह रहे हैं। यह फिल्म न केवल सिनेमा को नया आयाम देगी बल्कि हनुमान की कथा को नई पीढ़ी के लिए जीवंत करेगी।
चिरंजीवी हनुमान की कहानी, कास्ट और प्रोडक्शन डिटेल्स
‘चिरंजीवी हनुमान – द ईटर्नल’ भगवान हनुमान की कालजयी कथा को केंद्र में रखती है, जहां उनकी अमरता, भक्ति और शक्ति को जेनरेटिव AI के जरिए विजुअलाइज किया जाएगा, जो पारंपरिक स्टोरीटेलिंग को कटिंग-एज तकनीक से जोड़कर दर्शकों को एक इमोशनल और विजुअल फिएस्ट देगी, जैसे कि हनुमान के चमत्कारों को AI-जनरेटेड इफेक्ट्स से जीवंत करना। राजेश मापुस्कर, जो राजकुमार हिरानी की ‘मुन्नाभाई एमबीबीएस’, ‘लगे रहो मुन्नाभाई’ और ‘3 इडियट्स’ में एसोसिएट डायरेक्टर रह चुके हैं, इस प्रोजेक्ट को अपनी क्रिएटिव विजन से संभालेंगे, जो उनकी भावनात्मक गहराई वाली फिल्मों की विरासत को आगे बढ़ाएगा। कास्ट डिटेल्स अभी गोपनीय हैं, लेकिन फिल्म हिंदी में बनेगी और पैन-इंडिया अपील रखेगी, जहां AI का इस्तेमाल स्क्रिप्ट, विजुअल्स और पोस्ट-प्रोडक्शन में होगा, जो प्रोडक्शन को तेज और इनोवेटिव बनाएगा। एबंडेंटिया एंटरटेनमेंट और हिस्ट्रीवर्स (कलेक्टिव मीडिया नेटवर्क) की जोड़ी ने इसे एक लैंडमार्क प्रोजेक्ट बनाया है, जहां विजय सुब्रमणियम ने कहा कि यह सांस्कृतिक विरासत को क्रिएटिविटी और टेक्नोलॉजी से रीइमेजिन करेगा। मापुस्कर ने इसे दुर्लभ अवसर बताया, जो भारत की आध्यात्मिक विरासत को फिल्ममेकिंग के भविष्य से जोड़ेगा। प्रोडक्शन बड़े स्केल पर चल रहा है, और AI का उपयोग नैरेटिव को रेजोनेट करने के लिए किया जाएगा। कुल मिलाकर, यह फिल्म सिनेमा को डिसरप्टिव तरीके से बदलने का वादा करती है।
घोषणा पर दर्शकों की प्रतिक्रिया और फिल्म की संभावनाएं
फिल्म की घोषणा के बाद सोशल मीडिया पर दर्शकों ने उत्साह जताया, जहां कई ने इसे ‘इनोवेटिव स्टेप’ बताया और राजेश मापुस्कर की चॉइस को सराहा, जबकि कुछ ने AI के नैतिक पहलुओं पर बहस छेड़ी। X पर यूजर्स ने #HanumanJayanti2026 और #MadeInAIIndia जैसे हैशटैग्स के साथ पोस्ट शेयर किए, जहां एक यूजर ने लिखा कि “हनुमान जी की कथा को AI से देखना रोमांचक होगा, लेकिन भावनाओं को बनाए रखना जरूरी है।” रेडिट पर थ्रेड्स में फैंस ने मापुस्कर की पिछली फिल्मों से तुलना की, जहां ‘वेंटिलेटर’ की इमोशनल डेप्थ को हाइलाइट किया गया। विशेषज्ञों का मानना है कि 2026 की रिलीज पर यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा सकती है, खासकर धार्मिक दर्शकों के बीच, और AI का उपयोग इसे ग्लोबल मार्केट में अलग बनाएगा। हालांकि, कुछ क्रिटिक्स ने चिंता जताई कि AI से मानवीय टच कम न हो जाए, लेकिन मापुस्कर की विजन से उम्मीदें हाई हैं। यह प्रोजेक्ट भारतीय सिनेमा को टेक्नोलॉजी के साथ आगे ले जाएगा। क्या ‘चिरंजीवी हनुमान’ AI फिल्ममेकिंग का नया दौर शुरू कर देगी?